Tuesday, July 24, 2018

IAS Exam And Role of Coaching Classes

 IAS Exam And Role of Coaching Classes

दोस्तों बोहोत से जो नए aspirants होते हे। उनके मन में ये दुविधा हमेशा आती रहती हे के कोचिंग लगानी चाहिए अथवा  नहीं। यह एक बोहोत ही गंभीर प्रश्न होता जा रहा हे। आप तो जानते हे की इन कोचिंग classes की फीस कई हजार रूपए से लेकर लाखो रूपए तक हो सकती हे ऐसे में अगर आपसे  ज़रा सी लापरवाही हुई तो आपको आर्थिक तौर पर  बोहोत बड़ा नुकसान उठाना पड़ सकता हे। दोस्तों क्या आप  जानते हे की आपको  कोचिंग लगानी चाहिए या नहीं इससे बड़ा प्रश्न कौन सा हे। तो दोस्तों इससे बड़ा प्रश्न ये हे के "आप आईएएस या आईपीएस क्योँ बनना चाहते हे "  बोहोत से लोग होते हे वो २-३ मूवीज देख लेते हे और आईएएस या आईपीएस बनने का सोचते हे। या उनके कोई रिश्तेदार या दोस्त आईएएस या आईपीएस बन गए होते हे तो वो भी सोच लेते हे के उन्हें भी आईएएस आईपीएस बनना हे।  तो दोस्तों अगर आप भी यही सोच कर कोचिंग लगाने की सोच रहे हे तो आप जल्द ही परीक्षा के सिलेबस से बोर होना शुरू हो जायेंगे।  और कुछ ही दिनों में कोचिंग छोड़ दोगे इसमें कोचिंग वोलो का फायदा होगा लेकिन आपका बोहोत बड़ा नुक्सान हो  जायेगा। 






कोचिंग लगानी चाहिए या नहीं - 

दोस्तों कोचिंग लगानी चाहिए या नहीं ये आप पे निर्भर करता हे।  आप परीक्षा के बारे में कितना जानते हो ये सब चीज़े कोचिंग लगाने से पहले सोची जाती हे आम तौर पर कोचिंग सेंटर्स का काम होता हे आपको रास्ता दिखाना। बाकि की  study आपको खुद करनी  पड़ती  हे। ऐसा  नहीं होने वाला की आप आज कोचिंग ज्वाइन करते हो और दो या तीन साल में परीक्षा पास कर जाओगे। आपको उतनी ही मेहनत करनी पड़ेगी जितनी की बाकि लोग कर रहे हे। 

 दोस्तों हम सब जानते हे सिक्के के दो पहलु होते हे।  उसी तरह कोचिंग ज्वाइन करने के भी कुछ फायदे और नुक्सान हे। 

कोचिंग ज्वाइन करने के फायदे -
१) आपको शिक्षक मिलेंगे जो आपकी confusion दूर करने में आपकी मदत करेंगे। 

२) जैसा की हम जानते हे CSE मैन्स में आपकी writing skills को परखा जाता हे।  आप जितना अच्छा लिखेंगे उतने अच्छे मार्क्स आपको मिलेंगे बोहोत से लोग writing में मिस्टेक करते हे।  कोचिंग सेंटर्स में  शिक्षक होते हे जो आपकी मिस्टेक्स को दूर करने में  मदत करते हे। 

३) आपको बोहोत सारे दोस्त मिल जाते हे।  जिससे आप ग्रुप में स्टडी कर सकते हे। 

४) बोहोत से लोगो को सेल्फ स्टडी से ज्यादा  क्लास रूम स्टडी पसंद होता हे। जो उन्हें एक अलग ही मोटिवेशन देता हे। 

कोचिंग ज्वाइन करने के नुकसान -

१) कोचिंग फी बोहोत ज्यादा होती हे और कोई भी कोचिंग सेंटर ये पूरा आश्वासन नहीं देते की आप इतने पैसे भर रहे हो तो आपका आईएएस बनना लगभग तय हे।


२) आपको अपना  घर बार सब छोड़ कर एक छोटे से कमरे में रहना पड़ता हे। 

३) कोचिंग सेंटर्स आपको नोट्स उपलब्ध करा के देते  हे।  लेकिन आप कितना पढ़ते हे ये आप पे निर्भर  होता हे। 

४) बोहोत से कोचिंग सेंटर्स कुछ अलग ही पढ़ाते रहते हे।  जिसके परीक्षा में पूछे जाने की संभावना बोहोत कम या न के बराबर होती हे। 

५)  कई बार वो लोग बोहोत सा टाइम waste कर   देते हे। वो चीज़े पढ़ा कर जो NCERT में पहले से ही मौजूद हे। 

निष्कर्ष - दोस्तों आज का जमाना इंटरनेट का जमाना हे। आपके एक सर्च पे हजारो लिंक खुल जाते हे। अगर  इस परीक्षा के बारे में आपको  थोड़ी बोहोत जानकारी हे तो  आप basic बुक्स जैसे की NCERT पढ़े इससे आपको बोहोत फायदा होगा।  बोहोत सारी किताबे टॉपर्स ने suggest की होती हे उन्हें पढ़े।  अगर आपको परीक्षा के बारे में कोई जानकारी नही हे तो आप "आप आईएएस कैसे बनेगे ये किताब पढ़ सकते हे "  जिसकी कीमत महज़  195 Rupees हे।  ये किताब अंग्रेजी में भी उपलब्ध हे। 

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मगर आपको ऐसा लगता हे की आप इस परीक्षा के बारे में ज्यादा नहीं जानते और आपको मार्गदर्शन की जरुरत हे। जिससे आपको आपकी राह मिलने में आसानी हो तो आप जरूर कोचिंग ज्वाइन कीजिये। मगर ध्यान रखे की एक अच्छी जगह से कोचिंग लीजिये नहीं तो आज कल कोचिंग का भी एक बिज़नेस बन चूका हे। उनको आपकी सफलता से कोई मतलब नहीं होता।

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