Difference between UPSC and State PCS
Difference between UPSC and State PCS
posted by admin
13/june/18
दोस्तों जैसा की हम सब जानते हे की भारत में सरकारी नौकरी को कितनी अहमियत दी जाती हे।
और जिसने ये हासिल कर ली उसकी सोसाइटी बोहोत इज़्ज़त करती हे चाहे वो व्यक्ति बैंक में क्लर्क ही क्योँ न हो। और प्राइवेट सेक्टर की की तुलना में स्टार्टिंग सैलरी गवर्नमेंट सेक्टर की ज्यादा होती हे और अच्छी जॉब सिक्योरिटी होने के कारन आज के युवा सरकारी नौकरी की तरफ आकर्षित होते जा रहे हे।
दोस्तों हम जानते हे के एक पुलिस कांस्टेबल भी आम जनता के नाक में दम कर सकता हे तो सोचिये एक आईएएस और आईपीएस अफसर के पास कितनी पावर होती होगी।
एक आईएएस अफसर अपने सही निर्णय लेने के कौशल से पूरे समाज में परिवर्तन ला सकता हे।
वही एक आईपीएस अफसर समाज में कानून व्यवस्था ठीक करने में मदत करता हे।
तो दोस्तों कॉम्पिटिटिव एग्जाम की तैयारी करते वक्त आपके दिमाग में ये बात तो आई होगी की आखिर संघ लोकसेवा आयोग (UPSC ) और राज्य लोकसेवा आयोग (PCS) में आखिर क्या अंतर हे। तो आइये जानते हे की इन दो परीक्षाओ आखिर क्या अंतर हे।
१) परीक्षा - UPSC की परीक्षा संघ लोग सेवा आयोग द्वारा ली जाती हे वहीँ राज्य लोकसेवा आयोग की परीक्षा राज्य लोक सेवा आयोग द्वारा ली जाती हे।
२) परीक्षा का स्वरुप - UPSC की परीक्षा 3 स्तर में होती हे पूर्व , मुख्य और इंटरव्यू PCS की भी परीक्षा ३ स्तर में होती हे पूर्व , मुख्य और इंटरव्यू लेकिन दोनों में अंतर ये हे के upsc conceptual प्रश्न ज्यादा पूछता हे वही PCS factual. यानि की आप को PCS पास करने के लिए रट्टा मरना पढ़ सकता हे। उदहारण के तौर पर देखा जाये तो अगर पानीपत की लड़ाई के ऊपर प्रश्न हो तो आपको आपका राज्य लोक सेवा(PCS ) आयोग ये पूछ सकता हे की पानीपत की पहली लड़ाई किनके बीच हुई या पहली लड़ाई की तारीख क्या थी लेकिन UPSC आपसे पूछेगा की तीनो लड़ाईया पानीपत में ही क्यों हुई। अगर आपकी concept क्लियर हे तो ही आप इस प्रश्न का जवाब दे पाएंगे।
३) pcs के बाद कलेक्टर - अगर कोई व्यक्ति UPSC पास करता हे तो वो SDM पद से शुरवात करता हे और 5 से 7 साल में जिला कलेक्टर बन जाता हे अपने सर्विस के अंत तक वह कैबिनेट सेक्रेटरी पद तक पहुँच सकता हे वही राज्य लोक सेवा आयोग के अधिकारी को 15 से 20 साल लग जाते हे जिला कलेक्टर बनने में और कहीं बार वो उससे पहले हे रिटायर हो जाते हे।
४) प्रमोशन- UPSC परीक्षा पास कर बने अफसरों का प्रमोशन बोहोत जल्दी हो जाता हे वही PCS अफसरों का प्रोमोशन में देरी हो सकती हे ये बोहोत ही धीमी गति से होता हे।
५) नियुक्ति -आईएएस अफसरों का नियुक्ति देश के राष्ट्रपति दवारा होती हे वही pcs अफसरों की राज्य के राज्यपाल द्वारा नियुक्ति होती हे।
७) लाभ - आईएएस अफसर को PCS अफसर से ज्यादा पर्क्स और बेनिफिट्स मिलते हे।
८) ट्रांसफर -एक upsc चयनित आईएएस अफसर का ट्रांसफर आल इंडिया में कहीं पर भी हो सकता हे वही pcs अफसर का ट्रांसफर सिर्फ उसी राज्य में होता हे।
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